दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने बस मार्शल का काम लेने के लिए सिविल डिफेंस वालंटियर्स को होमगार्ड बनाने का प्लान तैयार कर लिया है. मुख्यमंत्री ने इस बाबत दिल्ली के गृहमंत्री कैलाश गहलोत को एक पत्र लिखकर सिविल डिफेंस वालंटियर्स को होमगार्ड के रूप में तैनात करने को लेकर योजना तैयार करने का आदेश दिया है. सीएम ने अपने पत्र में कहा कि उन्होंने इस संबंध में एलजी को भी प्रस्ताव भेजा है.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि हमने उप राज्यपाल से मांग की है कि पर्याप्त संख्या में होमगार्ड की नियुक्ति होने तक इन्हें बतौर बस मार्शल तैनात रखना चाहिए. इनके पास बस मार्शल का काम करने का अच्छा अनुभव भी है. इसलिए इन्हें होमगार्ड के रूप में नियुक्त करने के लिए हमें योजना बनानी चाहिए. इससे सरकार को अनुभवी लोग मिलेंगे. सिविल डिफेंस वालंटियर्स की नौकरी बनी रहेगी.
बस मार्शल से वाहनों में घटे अपराध
सीएम अरविंद केजरीवाल ने सिविल डिफेंस वालंटियर्स की उपयोगिता को रेखांकित करते हुए कहा कि इन्होंने बसों में सफर करने वाली महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में शानदार काम किया है. साथ ही इन्होंने जेबकतरों को पकड़ने समेत कई छोटे-मोटे अपराधों को रोकने में भी मदद की है. मैंने इन वालंटियर्स की ऐसी कई कहानियां सुनी हैं.
उन्होंने कहा कि- मैंने कई महिला यात्रियों से भी बात की है. महिला यात्रियों ने बताया कि बस मार्शलों की मौजूदगी की वजह से उनको सफर के दौरान बहुत ही सुरक्षा का अहसास होता है. इनकी मौजूदगी की वजह से बसों में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ जैसी घटनाओं में भी काफी कमी आई है.
कानूनी अड़चन के बाद लिया फैसला
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बस मार्शल के रूप में इनकी तैनाती जारी रखने को लेकर कानूनी आपत्ति जताई गई है. इसमें कहा गया है कि सिविल डिफेंस वालंटियर्स को लगातार ड्यूटी पर नहीं लगाया जा सकता है. इन्हें सिर्फ किसी आपदा के दौरान ही ड्यूटी पर लगाया जा सकता है. इसलिए ये सुझाव दिया गया है कि सिविल डिफेंस वालंटियर्स की जगह इन्हें होम गार्ड के रूप में नियुक्त करके बसों में बतौर मार्शल तैनात किया जाए.
बेरोजगार होने से घर चलाना होगा मुश्किल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने पत्र के आखिर में कहा है कि सभी सिविल डिफेंस वालंटियर्स सामान्य पृष्ठभूमि से आते हैं. अगर इन्हें अचानक हटा दिया गया तो उनके परिवार को भारी आर्थिक संकट से जूझना पड़ेगा. सीएम ने दिल्ली के गृहमंत्री को निर्देश दिया है कि सिविल डिफेंस वालंटियर्स को होमगार्ड के रूप में तैनात कर उनसे बस मार्शल की ड्यूटी पर लगाया जाए. इससे एक तरफ सरकार को अनुभवी लोग भी मिलेंगे और दूसरी तरफ इन लोगों की नौकरी भी बच जाएगी.